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dc.contributor.authorVerma, Sanjay-
dc.date.accessioned2024-05-11T12:23:04Z-
dc.date.available2024-05-11T12:23:04Z-
dc.date.issued2023-
dc.identifier.issn978-93-5053-915-6-
dc.identifier.urihttp://lrcdrs.bennett.edu.in:80/handle/123456789/2562-
dc.description.abstractआधुनिक होती जा रही मानव सभ्यता की एक बड़ी समस्या यह है कि वह कई किस्मों का कचरा पैदा कर रही है। यह कचरा वैचारिक भी है और भौतिक भी। वैचारिक कचरे की असंख्य मिसालें हमें सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर हर वक्त मिलती रहती हैं। पता नहीं कि इस कचरे से सभ्यता को कभी निजात मिल पाएगी भी या नहीं। पर भौतिक कचरे के तमाम रूपों में से एक के इलाज के बारे में कुछ कोशिशें शुरू हो चुकी हैं। यह है इलेक्ट्रॉनिक कचरा, जिससे निपटने का एक बेहतरीन उदाहरण 2021 में जापान के टोक्यों में हुए ओलंपिक गेम्स-2020 में पेश किया गया था।en_US
dc.publisherCyber Tech Publicationsen_US
dc.titleसंकट बनता ई-कचराen_US
dc.typeBook Chapteren_US
Appears in Collections:Book Chapters_TSoM

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