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Title: इस पिघलन के बाद क्या बचेगी दुनिया
Authors: Verma, Sanjay
Issue Date: 2023
Publisher: Cyber Tech Publications
Abstract: अगर पूछा जाए कि जीने को हमें क्या चाहिए? इसका एक सरल उत्तर हमेशा यही होता है- साफ पानी, हवा और भोजन। ठीक भी है क्योंकि ये हमारे जीवन की मूलभूत जरूरतें हैं। पर बर्फ का क्या? क्या बर्फ का योगदान सिर्फ इतना है कि हम घूमने जाएं तो वह हमें पहाड़ों पर मिले? गर्मी का मौसम हो तो हमारे रेफ्रीजरेटरों में उसकी मौजूदगी हो? आइसक्रीम पार्लरों और ठेलों पर हिमालय की तरह सजी मिले और शर्बत के शौकीनों को वह गिलासों में दिखे। क्या बर्फ का सिर्फ इतना-सा ही योगदान है? अगर आप सोच रहे हों कि हां, आखिर बर्फ हमारे जीवन में इससे ज्यादा क्या करती है तो संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनयो गुतारेस के इस बयान पर गौर कीजिए जो उन्होंने मार्च 2023 में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष वैज्ञानिकों के साथ हुई बैठक में दिया था। गुतारेस ने कहा था, 'मानवता बर्फ की पतली चादर पर है और यह बर्फ तेजी से पिघल रही है। हमारी दुनिया को सभी मोर्चों पर जलवायु परिवर्तन रोकने संबंधी कार्रवाई की जरूरत है। और ये सारी कार्रवाइयां सभी जगह एक साथ की जानी चाहिए।'
अगर पूछा जाए कि जीने को हमें क्या चाहिए? इसका एक सरल उत्तर हमेशा यही होता है- साफ पानी, हवा और भोजन। ठीक भी है क्योंकि ये हमारे जीवन की मूलभूत जरूरतें हैं। पर बर्फ का क्या? क्या बर्फ का योगदान सिर्फ इतना है कि हम घूमने जाएं तो वह हमें पहाड़ों पर मिले? गर्मी का मौसम हो तो हमारे रेफ्रीजरेटरों में उसकी मौजूदगी हो? आइसक्रीम पार्लरों और ठेलों पर हिमालय की तरह सजी मिले और शर्बत के शौकीनों को वह गिलासों में दिखे। क्या बर्फ का सिर्फ इतना-सा ही योगदान है? अगर आप सोच रहे हों कि हां, आखिर बर्फ हमारे जीवन में इससे ज्यादा क्या करती है तो संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनयो गुतारेस के इस बयान पर गौर कीजिए जो उन्होंने मार्च 2023 में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष वैज्ञानिकों के साथ हुई बैठक में दिया था। गुतारेस ने कहा था, 'मानवता बर्फ की पतली चादर पर है और यह बर्फ तेजी से पिघल रही है। हमारी दुनिया को सभी मोर्चों पर जलवायु परिवर्तन रोकने संबंधी कार्रवाई की जरूरत है। और ये सारी कार्रवाइयां सभी जगह एक साथ की जानी चाहिए।'
URI: http://lrcdrs.bennett.edu.in:80/handle/123456789/2560
ISSN: 978-93-5053-915-6
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