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Title: बिजली का गहराता संकट
Authors: Verma, Sanjay
Issue Date: 2023
Publisher: Cyber Tech Publications
Abstract: विज्ञान कहता है कि जीवन गर्मी या ऊर्जा के बिना संभव नहीं। अर्थशास्त्र कहता है कि विकास के लिए जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है, वह ऊर्जा ही है। हमारे देश में कोयले की कमी के फौरी संकट और भावी आशंकाओं के बीच यह चर्चा उठी है कि अगर आबादी की बढ़ती जरूरतों के बरक्स विकास की रफ्तार को कायम रखना है, तो हमें भारी मात्रा में ऊर्जा या कहें कि बिजली की जरूरत होगी। लेकिन बिजली पैदा करने के विकल्पों पर गौर करने से महसूस होता है कि यह काम आसान नहीं है। जिस तरह से कोयला संकट को सीधे तौर पर बिजली की कमी से जोड़ा जा रहा है, उसमें यह जानना जरूरी हो गया है कि हमारे पास आखिर बिजली उपजाने के कितने और कैसे विकल्प हैं। साथ ही, एक अहम सवाल यह है कि क्या ऐसे विकल्पों से निकट भविष्य में हमारी जरूरतों के मुताबिक बिजली मिलती रहेगी।
URI: http://lrcdrs.bennett.edu.in:80/handle/123456789/2556
ISSN: 978-93-5053-915-6
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